मेरे शंकर सा देव नही दूजा रे | शिव भजन | भक्ति संध्या (Mere Shankar Sa Dev Nahi Duja Re Lyrics | Shiv Bhajan | Bhakti Sandhya)
मेरे शंकर सा देव नहीं दूजा रे ॥
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे,
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बन्धनान,
मृत्युर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥
मेरे शंकर सा देव नहीं दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
मेरे शंकर सा दैव नहीं दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव ॥
मस्तक पर चंदा जटा में गंगा,
भूतों की टोली सवारी है नंदा,
बाघम्बर धारी शिव त्रिपुरारी,
महाकाल है जग के रचईया,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव ॥
सर्पों की माला गले में साजे,
डम डम डमरू शिव का बाजे,
तुम रक्षक के तेरे खेल निराले,
शिव कैलाशी है मतवाले,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव ॥
कालों के काल महाकाल राजा,
उज्जैन नगरी है धाम तुम्हारा,
कर ले सुमिरन लक्की लगन से,
ऐसा जीवन ना आए दोबारा,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव ॥
मेरे शंकर सा देव नही दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
मेरे शंकर सा दैव नहीं दूजा रे,
सबसे पहले तुम्हारी पूजा रे,
महादेव महादेव महादेव महादेव,
महादेव महादेव महादेव महादेव ॥
शिव चालीसा | लिङ्गाष्टकम् | शिव आरती | शिव भजन | शिव पंचाक्षर स्तोत्र | द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र