मंदिर में आओ मोहन दर्शन को भीड़ है | कृष्ण भजन | भक्ति संध्या (Mandir Mein Aao Mohan Darshan Ko Bheed Hai | Krishna Bhajan | Bhakti Sandhya)
मंदिर में आओ मोहन,
दर्शन को भीड़ है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥
धीरे धीरे चलना,
हमें देगा दर्शन बाबा,
आता ही होगा,
वो पहन केसरिया बागा,
दीवाने तेरे नाम के,
तुमसे उम्मीद है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥
तू प्यारा तेरा नाम भी प्यारा,
सबको तेरा सहारा,
बिच भंवर में जो भी डोले,
उसको पार उतारा,
विष भी अमृत धार है,
जिनको तुमसे प्रीत है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥
आकाश है नीला नीला,
घोडा लीले की असवारी,
हाथ में प्यारी मोरछड़ी,
हिरा जड़ी कटारी,
क्या गजब श्रृंगार है,
हम सब मुरीद है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥
जिसको तू बुलाता,
वो ही चलके आता,
तेरे नचाए नाचे,
तू हाथ पकड़ के नचाता,
सुदामा गरीब के,
‘सज्जन’ ये गीत है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥
मंदिर में आओ मोहन,
दर्शन को भीड़ है,
सेवकिया बुलावे प्यारा,
थारी ही उडीक है,
मंदिर में आओं मोहन ॥