बिगड़ी बनाने आजा, एक बार मेरी मैया | माता के भजन | भक्ति संध्या (Bigdi Banane Aaja Ek Baar Meri Maiya Lyrics | Mata Ke Bhajan | Bhakti Sandhya)
फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया ॥
माँ के दरबार में जो,
भक्त सर झुकाते हैं,
वो रोते रोते आते,
हंसते हुए जाते है,
तेरे चरण से जिंदगी,
उजियार मेरी मैया,
बिगडी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया ॥
माँ के दरबार में जो,
सच्चे मन से आते हैं,
मां के दरबार में जो,
हाजिरी लगाते है,
कर दे करम तू मुझ पर,
एक बार मेरी मैया,
बिगडी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया ॥
फूलों से सजाया है,
दरबार मेरी मैया,
बिगड़ी बनाने आजा,
एक बार मेरी मैया ॥